स्टॉक मार्केट में शुरुआत करने से पहले उसके निवेशकों को उसके बुनियादी पहलुओं को समझना बहुत जरूरी है। सबसे पहले तो यह जाना जरूरी है की स्टॉक मार्किट क्या हैं और इस मे डीमैट अकाउंट क्यों चाहिए और ये कैसे खुलवाते है। नए निवेशक अक्सर इन बुनियाद बातों को जाने बिना निवेश करते है और फिर घाटे के शिकार होते है। स्टॉक मार्किट के कुछ अहम् बिंदु निम्न हैं।
स्टॉक मार्किट क्या है? शेयर होता क्या है?
स्टॉक (या शेयर) एक कंपनी का हिस्सा होता है। जब आप किसी कंपनी का स्टॉक खरीदते हैं, तो आप उस कंपनी के छोटे हिस्सेदार बन जाते हैं। स्टॉक में निवेश करके आप कंपनी के लाभ और घाटे का हिस्सा बनते हैं। यानी कम्पनी का घाटा आपका घाटा और उसका प्रॉफिट तो आप का भी प्रॉफिट।
स्टॉक मार्केट क्या है?https://en.wikipedia.org/wiki/Stock_market
स्टॉक मार्केट वह जगह है, जहां पर कंपनियों के शेयरों का लेन-देन होता है। यहां निवेशक अपने शेयर खरीदते और बेचते हैं। भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज हैं: BSE (Bombay Stock Exchange) और NSE (National Stock Exchange)
शेयर बाजार में निवेश कैसे करें?
डीमैट अकाउंट: शेयर बाजार में निवेश करने के लिए सबसे पहले आपको एक डीमैट अकाउंट खोलना होता है।
शेयर की कीमत कैसे तय होती है?
शेयर की कीमत कंपनी की प्रदर्शन, बाजार की स्थिति, और वैश्विक घटनाओं पर निर्भर करती है। यदि एक कंपनी का प्रदर्शन अच्छा होता है और निवेशक उसके बारे में सकारात्मक होते हैं, तो उसकी शेयर की कीमत बढ़ सकती है। ब्याज दरें, मुद्रास्फीति, और आर्थिक स्थिति भी शेयर की कीमतों को प्रभावित करते हैं।
शेयर बाजार के जोखिमhttps://en.wikipedia.org/wiki/Stock_market
स्टॉक मार्केट में निवेश जोखिम से भरा होता है। कीमतों में उतार-चढ़ाव होता है, और कभी-कभी निवेशक को घाटा भी हो सकता है। लेकिन सही जानकारी और सही रणनीति से इसे मुनाफे में भी बदला जा सकता है।
निवेश करने के लाभ
वृद्धि का अवसर: सही स्टॉक्स में निवेश करने से आपको अच्छा लाभ हो सकता है।
डिविडेंड: कुछ कंपनियां अपने शेयरधारकों को डिविडेंड देती हैं, जो उनके निवेश पर एक और आय का स्रोत होता है।
बाजार को समझना
बुल मार्केट: जब स्टॉक की कीमतें बढ़ रही होती हैं, तो उसे बुल मार्केट कहा जाता है।
बियर मार्केट: जब स्टॉक की कीमतें गिर रही होती हैं, तो इसे बियर मार्केट कहा जाता है।
डीमैट अकाउंट क्यों चाहिए
यदि आप स्टॉक मार्किट में निवेश करना चाहते है तो सब से पहले आपके पास डीमैट अकाउंट (Demat Account) का होना जरुरी है, जिसमें आपके शेयरों और सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखा जाता है। “डीमैट” का मतलब है डिमैटीरियलाइजेशन, यानी कागजी रूप से सिक्योरिटीज (जैसे स्टॉक्स, बॉंड्स, और म्यूचुअल फंड्स) को डिजिटल रूप में बदलना।
शेयरों का डिजिटल रूप में होना:
कुछ साल पहले तक शेयर कागज पर होते थे लेकिन ये अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक नहीं थे चूँकि इन्हे फिजिकल रूप में प्रमाणपत्र के रूप में होने से उनके खोने से लेकर अनेक तरीके की मुश्किलें रहती थी। लेकिन अब, शेयरों को डिजिटल रूप में रखा जाता है, ताकि उनका लेन-देन जल्दी और सुरक्षित तरीके से किया जा सके। डीमैट अकाउंट के माध्यम से आप अपने सारे शेयर और अन्य सिक्योरिटीज को डिजिटल रूप में रख सकते हैं।
डीमैट अकाउंट क्यों जरूरी है? डीमैट अकाउंट के फायदे:
अब सब से पहले ये जाने की डीमैट अकाउंट क्यों चाहिए? अगर आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो आपको डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है। जब आप शेयर खरीदते हैं, तो वे आपके डीमैट अकाउंट में जमा हो जाते हैं, और जब आप शेयर बेचते हैं, तो वे आपके डीमैट अकाउंट से निकलकर खरीददार के अकाउंट में ट्रांसफर हो जाते हैं। बिना डीमैट अकाउंट के आप स्टॉक मार्किट में काम नहीं कर सकते हैं।
सुरक्षा: शेयर कागज पर होने के बजाय डिजिटल होते हैं, जिससे चोरी, खो जाने या नुकसान का खतरा कम हो जाता है।
आसान ट्रांसफर: शेयरों का लेन-देन आसानी से और तुरंत हो सकता है। इसके लिए कागजी दस्तावेज़ों की आवश्यकता नहीं होती। अतः आप की अपनी भागदौड़ काम हो जाती है साथ ही आप देश के किसी भी हिस्से से यह काम क्र सकते है।
ऑनलाइन एक्सेस होने के कारन आप अपने डीमैट अकाउंट को ऑनलाइन देख सकते हैं और लेन-देन कर सकते हैं।
डीमैट अकाउंट खोलने की प्रक्रिया:
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको किसी ब्रोकर की वेबसाईट या सरकारी बैंक या प्राइवेट बैंक की सहायता ले सकते है यदि जरूरी डॉक्युमेंट्स आपके पास है तो आसानी से ये आप का डीमैट अकाउंट खोल देते है । लेकिन डिस्काउंट ब्रोकर पर यदि आप अकाउंट खोलेंगे तो आप को चार्ज कम देने होंगे। इसीलिए भारत मे Zerodhahttps://zerodha.com/, upstox https://upstox.com/ Groww https://groww.in/ mstock https://www.mstock.com/ पर ज्यादातर लोग अकाउंट ओपन करवाते है । आपको अपनी पहचान प्रमाणित करने के लिए जरूरी दस्तावेज़ (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाता विवरण) देने होते हैं।
ये ब्रोकर आपका डीमैट अकाउंट ऑनलाइन ही ओपन करते है इसलिए कोई भागदौड़ का भी काम नहीं हैं।
इसके बाद, आपको एक डीमैट अकाउंट नंबर दिया जाता है, जिसका उपयोग आप शेयरों की खरीद और बिक्री के लिए करेंगे।
अकाउंट दो प्रमुख प्रकार के :
बीएनएस (Beneficiary Account): यह वह अकाउंट है, जिसमें आपके खरीदे गए शेयर जमा होते हैं।
टीएनएस (Trading Account): यह अकाउंट आपके द्वारा किए गए स्टॉक ट्रांजेक्शंस को रिकॉर्ड करता है, लेकिन इसमें शेयर नहीं होते। इसका इस्तेमाल ट्रेडिंग के लिए किया जाता है।
निष्कर्ष:
डीमैट अकाउंट एक आवश्यक उपकरण है, जो आपको शेयर बाजार में निवेश करने और अपनी निवेश संपत्ति को डिजिटल रूप में रखने की सुविधा देता है। बिना डीमैट अकाउंट के आप शेयर बाजार में निवेश नहीं कर सकते।
सलाह
शोध करें: निवेश से पहले कंपनी के बारे में अच्छे से शोध करें।
लेखक कोई सेबी रजिस्टर्ड नहीं है। ये व्यक्तिगत विचार है अतः आप निवेश से पहले अपना शोध खुद करें।
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